<no title> कुछ नेकिया

*कुछ नेकियाँ*
                    *और*
                *कुछ अच्छाइयां..*
  *अपने जीवन में ऐसी भी करनी चाहिए,* 
          *जिनका ईश्वर के सिवाय..* 
     *कोई और गवाह् ना हो...!!*
 *बहुत खुश किस्मत होते है वे लोग जिन्हें*
*"समय"* और *"समझ"* एक साथ मिलती है,
क्योंकी अक्सर *"समय"* पर *"समझ"* नही 
आती और जब *"समझ"* आती है तो 
*"समय"* हाथ  से निकल जाता है..!!
    *तो हम सबको अपने दरबार में देखकर परमात्मा को कितनी बार ऐसा करना पड़ता होगा...*
*"आ गया मांगने"*
*इसलिए बिना मांगे ही हर पल परमात्मा का शुक्रिया अदा करते रहें कि जो तूने दिया है,हम उसके भी कहाँ काबिल थे जी..!!*        
*सोच का प्रभाव*
         *मन पर होता है*
       *सारे जीवन पर होता है*
 *इसलिये सदा अच्छा सोचें और खुश रहें..हंसते मुस्कराते रहिये..!!*           
*उम्र में, ओहदे में,कौन कितना बड़ा है,  फर्क नही पड़ता!*
*सजदे में, लहजे में,  कौन कितना झुकता है,  बहुत फर्क पड़ता है..!!*
  *“बोलने का हक़ छीना जा सकता है,मगर खामोशी का कभी नहीं....खामोशी समझदारी भी है और मजबूरी भी....कहीं नज़दीकियां बढ़ाती है और कहीं दूरी भी”* 


 *मीठे बोल बोलिए क्योंकि अल्फाजों में जान होती है,*
 *इन्हीं से आरती, अरदास और अजान होती है,*
 *ये दिल के समंदर के वो मोती हैं,*
*जिनसे इंसान की पहचान होती है।*